पेट्रोलियम और ऊर्जा शिक्षा विश्वविद्यालय
यू.पी.ई.एस., देहरादून, उत्तराखंड, में स्थित एक निजी विश्वविद्यालय है, जिसके अंतर्गत आठ शिक्षालय आते हैं— अभियांत्रिकी शिक्षालय, संगणक विज्ञान शिक्षालय, अभिकल्प शिक्षालय, कानून शिक्षालय, व्यापार शिक्षालय, स्वास्थ्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी शिक्षालय, आधुनिक मीडिया शिक्षालय और उदारवादी अध्ययन शिक्षालय।[1] यूपीईएस की स्थापना उत्तराखण्ड विधानसभा के यूपीईएस अधिनियम, २००३ के ज़रीए २००३ में कि गई थी। २०१९ से यह विश्वविद्यालय डच शैक्षिक महासंघ ग्लोबल यूनिवर्सिटी सिस्टम्स से संबंध रखता है।[2] यूपीईएस की स्थापना से लेकर अब तक इसका महत्वपूर्ण विस्तार हुआ है, और अब इसके दो कैंपस हैं—एनर्जी एकर्स और नॉलेज एकर्स—जो देहरादून जिले के बिधोली और कांडोली गाँव में स्थित हैं। विश्वविद्यालय का मुख्य व्यवसायिक कार्यालय नई दिल्ली में है। यूपीईएस को भारत के सर्वक्ष्रेष्ठ निजी विध्वविद्यालयों में गिना जाता है, खासकर इसके कानून, प्रबंधन, अभियांत्रिकी और अभिकल्प पाठ्यक्रमों के लिए।[3] २०२२ में शिक्षा मंत्रालय के राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क ने इस विश्वविद्यालय को भारत के सर्वोत्तम ६५ संस्थानों में स्थान दिया।[4] यूपीईएस में स्नातक, स्नातकोत्तर और डॉक्टरेट सम्बन्धी १०० से अधिक पाठ्यक्रमों में शिक्षा दी जाती है, जिन सबका मिलाकर स्वीकार करने की दर करीब ५५% है। इन्हें भी देखेंटिप्पणियाँ
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